कोलकाता, ओडिशा के बालासोर में शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे शुक्रवार शाम को जिले के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। ओडिशा के बालासोर में दो यात्री ट्रेन और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बचाव कर्मी फंसे लोगों को बचाने में लगे हैं। दुर्घटना में 233 लोगों की मृत्यु और 900 लोग घायल हुए हैं। ऐसे में पश्चिम बंगाल की ममता सरकार घटनास्थल पर छह सदस्यीय टीम भेजी है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने व्यक्तिगत रूप से मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को दुर्घटनास्थल पर टीम भेजने और यात्रा कर रहे पश्चिम बंगाल के लोगों की मदद करने का निर्देश दिया था।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि चूंकि ट्रेन पश्चिम बंगाल के शालीमार स्टेशन से रवाना हुई है, इसलिए यह स्वाभाविक है कि ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों में बंगाल के यात्रियों की अच्छी संख्या है। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।
बनर्जी ने एक ट्वीट में दुर्घटनास्थल पर पश्चिम बंगाल से एक प्रतिनिधि दल भेजने के अपने निर्णय की घोषणा देर रात की थी। उन्होंने यह भी आशंका व्यक्त की थी कि पीड़ित यात्रियों में से कई पश्चिम बंगाल के हो सकते हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, यह जानकर हैरानी हुई कि पश्चिम बंगाल से यात्रियों को लेकर जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस आज शाम बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई और हमारे बाहर जाने वाले कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हम अपने लोगों की भलाई के लिए ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ बातचीत कर रहे हैं। हमारे आपातकालीन नियंत्रण कक्ष को तुरंत 033- 22143526/22535185 नंबर के साथ सक्रिय कर दिया गया है।
बचाव और सहायता के लिए सभी प्रयास शुरू किए गए हैं। हम ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने और बचाव कार्यों में सहायता के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम मौके पर भेजी है। मैं मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हूं।
इस बीच, सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मंत्री मानस रंजन भुनिया और सांसद डोला सेन टीम का हिस्सा होंगे। मुख्य सचिव ने कहा, राज्य सरकार का नियंत्रण कक्ष पहले ही सक्रिय हो चुका है। हम ओडिशा सरकार के साथ-साथ दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।