पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी केदारनाथ के गर्भ गृह में लगी प्लेटो के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर तंज कसा है, हरीश रावत का कहना है कि केदारनाथ का मामला श्रद्धा से जुड़ा हुआ है वहीं यह राज्य की प्रतिष्ठा का सवाल भी है इस मामले पर सभी चीजों का स्पष्ट होना बेहद जरूरी है, आखिर मंदिर में कितना सोना लगना था और कितना लगाया गया है यह भी स्पष्ट होना बेहद जरूरी है
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का यह भी कहना है कि केदारनाथ के मामले पर केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि तीर्थ पुरोहित और वहां के स्थानीय निवासी भी सवाल खड़े कर रहे हैं , भाजपा पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी एक शिकायत सरकार से है जोकि सनातन धर्म और हिंदुत्व को लेकर है , हरीश रावत का कहना है कि भाजपा खुद को ही सनातन धर्म और हिंदुत्व बताने का काम कर रही है, जब भी केदारनाथ के विषय में बीकेटीसी और भाजपा से सवाल किया जाता है तो सरकार का यह बहाना होता है कि हिंदुत्व और सनातन धर्म पर हमला किया जा रहा है l पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार से यह गुजारिश भी की है कि सनातन और हिंदू धर्म को भाजपा का पर्यायवाची शब्द ना बनाया जाए।