शुक्रवार को एसओजी व विकासनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने इनकम टैक्स का फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर बनकर सरकारी अधिकारियों को फोन कर जमीन संबधी दस्तावेज मांगने वाले गैंग का पर्दाफाश किया।
जानकारी के अनुसार 13 जुलाई को राजस्व उपनिरीक्षक डिम्पल तहसील विकासनगर द्वारा थाना विकासनगर में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि शिकायकर्ता को उप जिलाधिकारी विकासनगर द्वारा बताया गया कि उनके मोबाइल नंबर पर एक अन्य मोबाइल नंबर से कॉल आयी जिसमें कालर द्वारा स्वंय को ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स देहरादून बताते हुए अपना नाम कमल सिंह बताया तथा हाजी इकबाल की शाहपुर कल्याणपुर स्थित भूमि के संबंध में उनके यंहा जांच प्रचलित होने के सम्बन्ध में बताते हुए छापेमारी की कार्यवाही के लिये इनकम टैक्स विभाग को उक्त भूमि से संबंधित दस्तावेजों की जानकारी मांगी गयी तथा उनके द्वारा इनकम टैक्स ऑफिसर गुलशन कुमार के नाम से एक मोबाइल नंबर देते हुए उन्हें जानकारी उपलब्ध कराने हेतु कहा गया।जिसके बाद वे उप जिलाधिकारी विकासनगर के आदेश पर मौके पर गई तथा गांव के व्यक्तियों से उक्त भूमि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर उक्त जानकारी से दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क कर अवगत कराया गया, उक्त व्यक्ति द्वारा खुद का परिचय इनकम टैक्स ऑफिसर गुलशन कुमार के रूप में दिया गया तथा उसके द्वारा उप जिलाधिकारी विकासनगर से सम्पर्क कर उक्त भूमि की खतौनी उपलब्ध कराने को कहा गया। जिस पर उप जिलाधिकारी विकासनगर द्वारा तहसील विकासनगर से खतौनी की हार्ड कॉपी उन्हें उपलब्ध कराई गई, इसके पश्चात उनके द्वारा रजिस्ट्ररी उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में उप जिलाधिकारी विकासनगर को बताया गया। जिस पर उप जिलाधिकारी विकासनगर द्वारा उन्हें रजिस्ट्री की मूल प्रति सब रजिस्ट्रार कार्यालय विकासनगर से प्राप्त करने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। इसके पश्चात जब उप जिलाधिकारी विकासनगर द्वारा उक्त व्यक्ति से फोन पर सम्पर्क किया गया तो उक्त व्यक्ति की बाते उन्हे कुछ संदिग्ध प्रतीत हुई। जिस पर उनके द्वारा अपने उच्च अधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराते हुए आयकर कार्यालय देहरादून से कमल सिंह जॉइंट कमिश्नर तथा गुलशन कुमार इनकम टैक्स ऑफिसर के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, जिस पर आयकर कार्यालय द्वारा अवगत कराया कि इस नाम व पदनाम के कोई अधिकारी व कर्मचारी उनके कार्यालय में नहीं हैं। जिससे स्पष्ट है कि उक्त व्यक्तियों द्वारा सरकारी अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की नियत से सरकारी दस्तावेजों का दुरुपयोग करने के लिये उन्हें प्राप्त किया गया।
उक्त घटना को गम्भीरता से देखते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी नगर व थाना विकासनगर की संयुक्त टीम का गठन किया गया।गठित टीम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।इस बीच पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति गगन पुत्र अमनदीप जो कि लोगों की प्रापर्टी के फर्जी कागजात बनाकर तथा लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करता है।मुखबिर द्वारा प्राप्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी गगन पुत्र अमनदीप को धर्मावाला चौक के पास विकासनगर से इको स्पोर्ट्स कार वाहन संख्या – यू0के0-07-डीडब्ल्यू-1583 के साथ गिरफ्तार किया।अभियुक्त गगन अपने सहयोगी मुन्तजिर पुत्र इकराम निवासी जुनारदा थाना कोतवाली देहात सहारनपुर के साथ मिलकर धोखाधड़ी का कार्य किया जाता था।अभियुक्त इकराम बको भी पुलिस ने हरबर्टपुर विकासनगर से गिरफ्तार किया गया।अभियुक्तों के पास से भारत सरकार के फर्जी आईडी कार्ड व अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद हुए है।
अभियुक्त गगनदीप सहारनपुर का रहने वाला है,व जमीन की खरीद फरोख़त का काम करता था।पिछले साल सितम्बर में आरोपी गगन धोखाधडी के एक अभियोग में जिला सहारनपुर से जेल गया था, जहाँ उसकी मुलाक़ात हाजी इकबाल बाला के बेटे अफजाल और उसके मुंशी वसीम से हुई। वसीम ने गगन को बताया कि उसके चाचा के बेटेे जरीफ के नाम पर विकासनगर में 6 बीघा जमीन है, जो कि हाजी इकबाल बाला की है।जेल में ही आरोपी की मुलाक़ात महेश त्यागी से हुई, महेश त्यागी गैंग बनाकर फ़र्ज़ी तरीके से लोगों को ज़मीन दिखाकर टोकन के रूपये लेकर फरार हो जाता था, महेश त्यागी ने जेल में आरोपी गगन की मुलाक़ात मुंतजीर से करवाई थी, जो अक्सर उससे मिलने जेल में आता था।जेल से बाहर आने के बाद आरोपी मुन्तजिर के साथ मिलकर ज़रीफ़ के नाम पर उपरोक्त हाजी इकबाल बाला की 6 बीघा जमीन को फर्जी तरीके से बेचने की योजना बनाई, जिसके लिए तहसील से उक्त भूमि के सम्बन्ध में जानकारी करनी थी और मुंतजिर को खरीदने वाले व्यक्ति लाने थे। उक्त भूमि से संबंधित कागजात प्राप्त करने के लिये अभियुक्तों के द्वारा योजना के मुताबिक पहले देहरादून मे ज्वाइंट कमिश्नर इन्कम टैक्स के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तथा उसके पश्चात आरोपियों द्वारा ज्वाइंट कमिश्नर का फर्जी आई कार्ड बनाया गया।इसके बाद मुंतजीर, सचिन प्रधान नाम के एक व्यक्ति को उक्त जमीन के खरीददार के रूप में लाया तथा आरोपी गगन को संयुक्त आयकर आयुक्त बताते हुए उससे आरोपी की मुलाकात कराई।उक्त जमीन के एवज में सचिन प्रधान ,भारत खारी, एवं सेठ पाल से टोकन के रुपये 50 लाख लेने के सम्बन्ध में बात हुई थी।उसके पश्चात आरोपी गगन संयुक्त आयकर आयुक्त बनकर एसडीएम विकासनगर को फोन कर हाजी इक़बाल की शाहपुर की भूमि के सम्बंध में जांच प्रचिलत होने की बात कहते हुए भूमि सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा तथा मुंतजिर को फर्जी आयकर अधिकारी बनाकर उसका नम्बर एसडीएम विकासनगर को दिया। जिस पर एसडीएम विकासनगर द्वारा आरोपी उक्त जमीन की प्रमाणित खाता खतौनी और रजिस्ट्री संबंधित अधिकारियों से दिलवाई गयी थी। उक्त जमीन की रजिस्ट्री मिलने के बाद आरोपी द्वारा एक छाया प्रति मुंतजीर को दी गई थी, जिसके द्वारा उक्त जमीन के फर्जी कागजात तैयार किये जाने थे,इस बीच आरोपी गगन को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की जानकारी प्राप्त हुई।जिससे वह गिरफ्तारी से बचने के लिए भाग रहा था,इस बीच पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।
आरोपी गगन ने ऐक्टिंग का कोर्स कर रखा है,हरियाणा की फिल्मों में काम कर रखा है।आरोपी द्वारा एक्टिंग करके सहारनपुर जिले के जेलर को फोन करके कहा कि मैं जॉइंट कमिश्नर बोल रहा हू मेरे आदमियों को जेल में मिलवा दो,आरोपी गगन इतना शातिर अपराधी है कि जेलर को उसकी बातों पर जरा सा भी शक नहीं हुआ और उसकी बात मानकर जेल में मुलाकात करवा दी।