देश में कई राज्य इन दिनों आसमान से बरस रही आफत से परेशान हैं. वही पर्वतीय क्षेत्रों में पहाड़ दरक रहे हैं तो मैदानी इलाकों में नदिया अपना रौद्र रूप दिखा रहीं है. उत्तराखंड के पौड़ी और उत्तरकाशी के पुरोला में बादल फटने से भी भारी तबाही हुई है. उत्तराखंड के कई इलाकों में भूस्खलन के बाद मार्ग बंद होने से रास्ते भी बाधित हुए हैं.
मौसम विभाग (IMD) ने आज (रविवार) भी सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है जिससे लगता है कि उत्तराखंड में अभी बारिश से राहत की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग ने कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और बागेश्वर जिले के लिए भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. इनके अलावा, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग की माने तो 24 जुलाई को प्रदेश के 6 जिलों देहरादून, पौड़ी, चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. बारिश के कारण बरसाती नाले उफान पर आ रहे हैं, जिससे उत्तराखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है. इन नदियों और नालों में उफान के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है.
नैनीताल में सुबह 6 बजे से हल्की बारिश हो रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण यमुनोत्री यात्रा रोक दी गई है. वहीं, चमोली में कंचन नाला के पास बद्रीनाथ हाईवे भी बाधित है. बता दें कि कल बादल फटने से उत्तरकाशी जिले की पुरोला और बड़कोट तहसील के ऊंचे इलाकों में भी तबाही हुई. हालांकि, किसी भी तरह की जान-माल की हानि की खबर नहीं है. बता दें कि मसूरी में पिछले 48 घंटों में सबसे ज्यादा 16 सेमी बारिश हुई है.