वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि आपरेशन प्रहार के अनुपालन में एसटीएफ ने जनपद हरिद्वार से पारदी गैंग के वांछित चल रहे 50 हजार के ईनामी बदमाश विक्रम को सीआरपीएफ कैंप के पास नोएडा दादरी रोड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने हरिद्वार में अपने साथियों को पुलिस से छुड़ाने के दौरान एक पुलिस कर्मी की गुलेल से आंख फोड़ दी थी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में जनपद हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार हो रही नकबजनी की वारदातों के अनावरण किए जाने को जनपद पुलिस प्रयासरत थी। जांच के दौरान सामने आया कि यह घटना पारदी गैंग के लोगों ने की है जो इन दिनों हरिद्वार के अलग-अलग क्षेत्रों में नकबजनी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
इस दौरान 26 मई को रात रानीपुर थाने की चीता पुलिस के दो जवान जवानो ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ कर पूछताछ के लिए रोका तभी उक्त अपराधी के 3 अन्य साथियों ने अचानक चीता पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। इसमें से एक अपराधी ने चीता पुलिस कर्मियों पर गुलेल से हमला कर एक जवान की आंख में गंभीर चोट और दूसरे के सीने पर प्रहार कर घायल कर फरार हो गये थे। इस घटना में शामिल छह बदमाशों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है। बदमाशों में से एक विक्रम पुत्र भूरा घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
गिरफ्तार आरोपित विक्रम ने पूछताछ में बताया गया कि उनका सात लोगों का गैंग था, जिसने 2022 में जनपद हरिद्वार के थाना कनखल, रानीपुर, सिडकुल में नकबजनी की कई वारदातों को अंजाम दिया था। उसने बताया कि एक रात को जब वे लोग शिवालिक नगर हरिद्वार में एक घर में चोरी करने के लिए घुसे थे तो उसी समय दो पुलिस वाले गश्त करते हुए अचानक से आ गये और उन्होंने हमें देख लिया। उन्होंने हमें पकड़ने का प्रयास किया। इसके बाद हमने उन पर हमला कर उनके साथ मारपीट कर दी। इस दौरान एक सिपाही की आंख पर गुलेल से हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया और हम उनकी गिरफ्त से छूटकर भाग गये।