जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में जिला बाल संरक्षण ईकाई (डी.सी.डबल्यू.पी.सी.) एवं बाल कल्याण समिति (सी.डबल्यू.सी.) की बैठक ली। मुख्य विकास अधिकारी कहा कि भिक्षावृत्ति, बालश्रम, बाल विवाह आदि प्रकरणों की शिकायत चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर 1098 पर की जा सकती है। उन्होंने अधिकारियों केा निर्देश दिएकि 1098 चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि यदि किसी के आसपास ऐसे प्रकरण हो तो वे लोग इस पर शिकायत कर सकें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि बालश्रम से मुक्त कराए बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाए। उन्होंने बालआश्रय गृहों में रह रहे बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच एवं भोजन की सैम्पलिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्हांने बालआश्रय गृह के स्टॉफ को प्रशिक्षित करने पुलिस वेरिफिकेशन के उपरान्त ही स्टॉफ रखने के निर्देश दिए। बाल आश्रय ग्रह में रह रहे बच्चों नियमित कांउसिलंग के साथ ही संस्थाओं की मॉनिटिरिंग भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बच्चों की रूचि के अनुसार कैरियर कांउसिलिंग कराई जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम स्तर तथा शहरी क्षेत्रों में नगर निगम, नगर निकायों को वार्डस्तर पर समिति बाल संरक्षण सिमिति का गठन करने के निर्देश जिला पंचायतीराज अधिकारी एवं नगर निगम एवं नगर निकाय के अधिकारियों को दिए। साथ ही निर्देशित किया कि वित्तीय सहायक अनटाइड अनुदान का 5 प्रतिशत् बच्चों के कल्याण और सुरक्षा में व्यय करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने सभी बच्चों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश साथ निर्देशित किया सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाए। बाल आश्रय गृहों एवं नारी निकेतन में नियमित नजदीकी सीएचसी, पीएचसी के चिकित्सकों से स्वास्थ्य जांच करवाई जाए तथा महिला तथा बच्चों को स्वास्थ्य कांउसिलंग भी करवाई जाए।