- खेल महाकुंभ खिलाड़ियो की प्रतिभा को निखारने का देता है मंच,38 वें राष्ट्रीय खेलो में निकलेंगी राज्य से प्रतिभाएं-रेखा आर्या
- खेल महाकुंभ से निखरतीं है प्रतिभाएं, सरकार खिलाड़ियो के हितों के लिए लगातार कर रही कार्य-रेखा आर्या
हल्द्वानी आज हल्द्वानी में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ-2023 का कुंवरपुर न्याय पंचायत से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल(से.नि.) गुरमीत सिंह और नैनीताल जनपद प्रभारी व खेल मंत्री रेखा आर्या ने विधिवत शुभारंभ किया। वहीं इसके बाद खिलाड़ियों द्वारा शानदार मार्च पास्ट किया गया।इस दौरान विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।साथ ही इस दौरान न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ-2023 में खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में शानदार प्रदर्शन किया, जिन्हें राज्यपाल गुरमीत सिंह और खेल मंत्री ने सम्मानित किया और सभी खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनायें दी।
खिलाडियों को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि भारत का युवा पूरी दुनिया में बडी ताकत के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि सपने बडे-बडे देखने चाहिए और उन सपनों को आपके लक्ष्य को एक विजन एवं संकल्प के साथ अपने जीवन में परिवर्तित करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के बच्चे प्रतिभा के धनी है आप जो संकल्प अपने जीवन में अवतरित कर लेंगे तो आपको सिद्वि अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। उनके नेतृत्व व प्रशासनिक क्षमता से ही भारत में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया। आज राष्ट्र इस दिवस को एकता दिवस के रूप में मना रहा है।
वहीं अपने संबोधन में खेल मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शिक्षा के साथ खेलों में भी विद्यार्थियों को जोड़ने का प्रयत्न किया है, खेलने से जहां हम तनाव मुक्त होते हैं तो वहीं हम अपने जीवन मे अनुशासन भी सीखते हैं।साथ ही कहा कि आज के दौर में खिलाड़ियों के लिए खेल का दायरा महज मनोरंजन और फिटनेस तक सीमित नहीं रहा बल्कि अब इसमें खिलाड़ियों को सुनहरा करियर नजर आ रहा हैं जिसके लिए हम प्रयत्नशील हैं और लगातार कई योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है।
इस दौरान खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जिस प्रकार से महाकुंभ में स्नान कर तन मन की स्वच्छता होती है उसी प्रकार खेल महाकुंभ से भी स्वस्थ प्रतिभाएं उभर कर सामने आती हैं। खेल महाकुंभ के आयोजन की यही परिकल्पना है कि न्याय पंचायत स्तर से प्रतिभाओं को अवसर देते हुए विकासखंड, जिला स्तर तथा राज्य स्तर तक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि खेल विभाग की कोशिश है कि बच्चों को अवसर प्राप्त होते रहे।विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को उनकी प्रतिभा अनुसार खेलो में प्रतिभाग करने के लिए मंच देने का कार्य किया जा रहा है, खेल महाकुंभ उसी का परिचायक है। कहा कि आने वाला समय खेल के दृष्टिकोण से उत्तराखंड का हो तथा यही बच्चे राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश तथा प्रदेश का नाम ऊंचा करें इसी दिशा में खेल विभाग द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने सभी खिलाड़ियों से कहा कि आप खेलों में अच्छा प्रदर्शन करें तथा वह खेल मंत्री के रूप में खेल संसाधनों को बढ़ाने हेतु अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास लगातार कर रही हैं। साथ ही कहा कि सरकार द्वारा खिलाड़ियों हेतु 4% क्षैतिज आरक्षण के लिए विधिक प्रयास किए जा रहे है जिससे उन्हें सरकारी नौकरियों में लाभ प्राप्त हो। उन्होंने सभी आयु वर्ग के लोगों से अनुरोध किया कि वे दिन का एक घंटा खेल के लिए जरूर दें, जिससे चुस्त रहने के साथ ही वह सभी अपने शरीर भी स्वस्थ रख सके।
साथ ही उन्होंने बताया कि पूर्व में न्याय पंचायत स्तर पर विजेता खिलाड़ियो को सिर्फ प्रशस्ती पत्र मिलता था लेकिन अब उन्हें नगद धनराशि भी दी जा रही है जो कि क्रमशः न्याय पंचायत स्तर पर प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वालो के लिए 300,200 और 150 की प्रोत्साहन राशि रखी है।विकासखंड पर पहले स्थान पर आने वाले को 500 दूसरे स्थान पर 400 और तीसरे स्थान पर आने वाले को 300 की पुरुस्कार राशि दी जाएगी।जनपद स्तर पर पहले स्थान पर रहने वाले को 800 ,दूसरे स्थान पर 600 और तीसरे स्थान पर आने वाले को 400 की पुरुस्कार राशि दी जाएगी और राज्य स्तर पर पहले स्थान पर आने वाले को 1500 दूसरे स्थान वाले को 1000 और तीसरे स्थान पर आने वाले को 700 की पुरुस्कार राशि दी जाएगी। साथ ही कहा कि राज्य स्तर पर जो भी खिलाड़ी राष्ट्रीय खेल रिकॉर्ड को तोड़ेंगे उन्हें 1 लाख रुपये की नगद धनराशि दी जाएगी।