केदारनाथ आपदा प्रभावित बच्चों को निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करने हेतु धाद संस्था द्वारा ललित जोशी को “पुनरूत्थान का साथी सम्मान 2023” से सम्मानित किया।
धाद संस्था द्वारा देहरादून स्थित सांस्कृतिक विभाग सभागार में उत्तराखंड के लोकपर्व इगास को हिमालय के आपदा प्रभावित बच्चों के साथ मनाया। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित बच्चों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी को “पुनरूत्थान का साथी सम्मान 2023” से सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि केदारनाथ आपदा से प्रभावित कई छात्र-छात्राएं पुनरूत्थान के जरिए उनके संस्थान से भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे है और कई करके आज देश के विभिन्न संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि धाद संस्था द्वारा जिन भी आपदा प्रभावित बच्चों को शिक्षा में सहयोग किया जा रहा है, 10वीं-12वीं के बाद वह उन बच्चों को मिशन एजुकेशन के तहत अपने संस्थान में नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करेंगे।
आपको बता दें कि सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून आपदा प्रभावित अनाथ, आर्थिक रूप से कमजोर, कोरोना काल में अपने माता-पिता को चुके बच्चों को मिशन एजुकेशन के तहत नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है, जिससे कि कोई भी विद्यार्थी उच्च शिक्षा ग्रहण करने ले वंचित न रह सके। वर्तमान में भी संस्थान में सैंकड़ों विद्यार्थी नि:शुल्क उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
पुनरुत्थान की दस वर्ष की यात्रा का परिचय देते हुए धाद संस्था के तन्मय ममगाईं ने कहा की केदारनाथ आपदा के बाद वहां के प्रभावित परिवारों के बच्चों की शिक्षा को जारी रखने के लिए समाज के सहयोग पर आधारित पुनरुत्थान की नींव रखी गयी जिसने इन दस सालों में आम समाज के सहयोग से पचास लाख से अधिक की राशि का शैक्षणिक सहयोग बच्चो तक पहुँचाया है।
पुनरुत्थान के संयोजक जगमोहन रावत ने बताय की अभियान ने पिछले एक दशक में अपनी विश्वसनीयता हासिल की है और और इसमें निरनंतर सामाजिक सहयोग बढ़ रहा है वर्तमान में पहाड़ के विभिन्न क्षेत्रों के बच्चे शामिल हुए है, पुनरुत्थान के संरक्षक विजय जुयाल ने कहा की अभियान पूरी तरह समाज की शक्ति से संचालित है और इसके आधार में 400 से अधिक लोग योगदान करते रहे है आज पुनरुत्थान में पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों के छात्र जुड़े हैं।