गुरू नानक देव जी के 554वें प्रकाश पर्व (जयन्ती) पर रेसकोर्स गुरूद्वारा पहुॅकर करन माहरा ने संगत को दी बधाई।
देहरादूनः-प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने प्रकाश पर्व, गुरूनानक देव जी की जयन्ती के अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी है। इस अवसर पर माहरा ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने लिंग, जातीयता और धर्म की परवाह किये बगैर समानता, समावेशिता, निष्पक्षता और सभी के लिए सम्मान की वकालत की थी। उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्रता में उदित गुरू नानकदेव ने धर्म को उदारता की एक नई परिभाषा दी। उन्होेनंे अपने सिद्वान्तों के प्रसाद हेतु एक संन्यासी की तरह घर का त्याग कर दिया और लोगों को सत्य और प्रेम का पाठ पढाना आरम्भ कर दिया। उन्होंने जगह-जगह घूमकर तत्कालीन अंधविश्वासों, पाखण्डों आदि का जमकर विरोध किया।
करन माहरा ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने अपने अनुयायियों को जीवन के दस सिद्वान्त दिये थे। यह सिद्वान्त आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा ईश्वर एक है, सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो, जगत का कर्ता सब जगह और सब प्राणी मात्र में मौजूद है, सर्वशक्तिमान ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नही रहता, बुरा कार्य करने के बारे मे ंना सोचें, ईमानदारी से मेहनत की कमाई करके उसमें से जरूरतमंद को भी कुछ हिस्सा देना चाहिए, सभी स्त्री और पुरूष बराबर है, भोजन शरीर को जिन्दा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ लालच व संग्रहवृत्वि बुरी है, उदरपूर्ति करनी चाहिए, सदैव प्रसन्न रहना चाहिए जैसे अनमोल सिद्वान्त दिये है जिनका हम सबको अनुशरण करना है और गुरू नानक देव जी के बताये हुए रास्ते में चलकर ही देश की उन्नति संभव है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने युनाईटेड खिख फेडरेशन द्वारा आयोजित रक्त दान शिविर में प्रतिभाग कर फेडरेशन की सहराहना करते हुए सभी को शुभकामनायें दी। इस अवसर पर सिख फेडरेशन द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा का शांल उडाकर सम्मान किया गया।