देवभूमि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं पर रार थमने का नाम नहीं ले रही है, दरअसल आज देहरादून में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने प्रेसवार्ता की जिसमें उन्होंने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव का इस्तीफा मांगा है
बॉबी पवार का कहना है कि बेरोजगारों ने पहले ही पहले जांच फिर परीक्षा की बात कही थी लेकिन आयोग और सरकार जानबूझकर परीक्षा कराने में तुले हैं राज्य में वन आरक्षी भर्ती परीक्षा से ठीक एक दिन पहले STF ने ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है… इसी गैंग ने हरिद्वार के एक गांव में बच्चों को फारेस्ट गार्ड का पेपर पढ़ाया हैं जिसकी परीक्षा आज हुई हैं
बॉबी पवार का दावा है कि उनके पास कुछ लोगों की सूची है जिन्हें वह जल्द पुलिस को सौंपेंगे, वही उन्होंने आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आयोग ने वर्ष 2016 में जो एपीओ की परीक्षा हुई थी इसी वर्ष का जो पेपर प्रिंट हुआ था वही वर्ष 2016 प्रिंट 2022 की परीक्षा मैं भी हो रखा है
इसके अलावा आयोग के भीतर से ही विद्यार्थियों को एपीओ परीक्षा के सवाल दिए जाने का मेसेज भेजा गया हैं. जिससे साफ है कि आयोग से लेकर माफियाओं तक सब मिले हुए हैं ऐसे में पारदर्शी परीक्षा का दावा झूठा है