अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा नियुक्त उत्तर प्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसौनी ने तीसरे चरण के मतदान से पहले बयान जारी करते हुए कहा की राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से नामांकन के बाद उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति में एक बड़ा असर देखने को मिला है। जनता का रुझान इंडिया गठबंधन के पक्ष में व्यापक स्तर पर बढ़ते हुए दिख रहा है। गरिमा ने कहा कि पिछले दो चरणों के चुनाव के बाद से भारतीय जनता पार्टी के पैरों से राजनीतिक जमीन पहले ही खिसकती हुई दिखाई पड़ रही थी। प्रधानमंत्री ने पिछले दो चरणों में 56 बार जनसभाओं में 400 पार का नारा दिया था लेकिन तीसरे चरण में उनके भाषणों से यह नारा गायब दिखाई पड़ रहा है। इसका कारण यह है की जनता को समझ में आ गया है की 400 पार का मतलब आरक्षण पर वार है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संबोधन में बदलाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र को श्रेय जाता है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में जिस तरह से पांच न्याय-युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय, हिस्सेदारी न्याय और पच्चीस गारंटियों की बात की गई है उसने जन-जन के मन में जगह बनाने का काम किया है।
कांग्रेस के घोषणा पत्र से हारे, मोदी अब हिन्दु मुस्लिम के सहारे
जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी सिर्फ हिंदू, मुसलमान, शमशान, कब्रिस्तान, हिंदुस्तान, पाकिस्तान, दिवाली, रमजान की बात करके नफरत फैला रही है।एआईसीसी द्वारा नियुक्त मीडिया प्रभारी दसौनी ने कहा की हैरत की बात है कि प्रधानमंत्री ने आज तक अपने भाषणों में अपने मेनिफेस्टो के किसी भी बिन्दु पर बात नहीं की है। ऐसा प्रतीत होता है की पराजय के मारे, हिंदू मुस्लिम के हैं सहारे हैं।
न्याय का हक मिलने तक-
जबकि दूसरी ओर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार की शुरुआत से ही अपने न्याय पत्र की बात कर रहे है। महंगाई और बेरोजगारी की न सिर्फ कांग्रेस के नेता बात कर रहे हैं बल्कि अपने मेनिफेस्टो के जरिए समाधान भी देने का काम कर रहे हैं।
दो चरणों की हार, सातों में रहेगी बरकरार–
दसौनी ने कहा कि तीन चरणों के उपरांत 284 सीटों पर चुनाव संपन्न हो जाएंगे और यह सदन में बहुमत के आंकड़े से कहीं अधिक है और इन तीन चरणों के चुनाव के बाद ये तय हो जायेगा की भारतीय जनता पार्टी सत्ता से बहुत दूर हो जायेगी और सात चरणों के बाद भाजपा सत्ता में नजर नहीं आयेगी।
वाराणसी में हार की संभावनाओं से हताश, क्या मोदी कर रहे हैं दूसरी सीट की तलाश?
मीडिया प्रभारी के तौर पर दसौनी ने कहा कि वाराणसी में यह आम चर्चा का विषय बना हुआ है कि नरेन्द्र मोदी वाराणसी में हार की संभावनाओं के चलते स्वयं के लिए कोई और सीट ढूंढ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी बताए क्या मोदी के लिए कोई और सीट तलाशी जा रही है?
भाजपा को हराइये, महंगाई और बेरोजगारी पर विजय पाइये-
दसौनी ने उत्तर प्रदेश की सात अप्रैल को दस लोकसभा संसदीय क्षेत्र जहां मतदान होना है उसकी देवतुल्य जनता का आह्वाहन करते हुए कहा की वह इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करें क्योंकि इंडिया गठबंधन ने वादा किया है कि शिक्षित युवा को पहली नौकरी पक्की, उद्योगों की तरक्की, किसानों को समर्थन मूल्य का कानून, गरीब परिवार की महिला को 1 लाख, जातीय जनगणना का वादा, मनरेगा की मजदूरी 400 करने का पक्का वादा किया है। जबकि दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के लोग लगातार मुद्दों से ध्यान भटकाने का और गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी पर पर्दा डालने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। इस बार हाथ बदलेगा हालत।