स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत प्रमुख संस्था विचार एक नई सोच ने शनिवार को सीआईएमएस & यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन ललित जोशी को विगत 20 वर्षों से चिकित्सा शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों व नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के लिए सम्मानित किया। संस्था ने चेयरमैन ललित जोशी द्वारा चलाए जा रहे सुपर-300 अभियान के लिए उनकी सराहना की। चेयरमैन जोशी अपने संस्थान में हर साल 300 बच्चों को निशुल्क पढ़ाने का बीड़ा उठाए हैं।
विचार एक नई सोच संस्था के सचिव राकेश बिज्लवाण ने कहा कि एडवोकेट ललित जोशी निस्वार्थ और सामाजिक दायित्व की भावना से यह काम कर रहे हैं, वह एक मिसाल है। विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सीआईएमएस संस्थान पहुंचा। संस्था ने इस मौके पर चेयरमैन ललित जोशी का एक स्मृति चिन्ह, शाल और बुके देकर सम्मानित किया। संस्था के सदस्यों ने चेयरमैन ललित जोशी के शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। सचिव राकेश बिज्लवाण ने कहा कि सीआईएमएस का यह प्रयास उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। 300 बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा देना एक क्रांतिकारी कार्य है। उन्होंने इसके लिए चेयरमैन ललित जोशी का आभार जताया।
इस मौके पर चेयरमैन ललित जोशी ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुपर 300 मिशन एजुकेशन स्कीम चलाई जा रही है, जिसमें प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर किसी भी वर्ग के योग्य 300 छात्र-छात्राओं को निशुल्क उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जा रही है। पिछले वर्ष संस्थान द्वारा 146 छात्रों को निशुल्क शिक्षा दी गयी है। इस साल 300 बच्चों को शिक्षा देने का लक्ष्य रखा गया है। उनके अनुसार शिक्षा से महज एक मनुष्य का जीवन ही नहीं संवरता, बल्कि परिवार, समाज और देश का जीवन भी संवरता है। उनका लक्ष्य है कि प्रदेश के हर बच्चे को उच्च शिक्षा मिले ताकि उसका सर्वांगीण विकास हो सके।
यह बता दें कि जहां एक ओर देहरादून के उच्च शिक्षा संस्थान हजारों रुपये प्रति सेमेस्टर फीस लेकर युवाओं को बीबीए, बीसीए, बीएससी-आइटी, एमएससी की पढ़ाई करवा रहे हैं, वहीं सीएमआईएस और यूआईएचएमटी संस्थान में गरीब, निर्धन, कोरोनाकाल में अपने स्वजन को खोने वाले विद्यार्थियों को बिना ट्यूशन फीस लिए पढ़ा रहा है। संस्थान में राज्य आंदोलनकारियों, आपदा पीड़ित छात्र-छात्राओं, कोविड महामारी में अनाथ हुए बच्चों, लोक कलाकार एवं रंगकर्मियों, देश के लिए बलिदान हुए जवानों के बच्चों को लगभग निशुल्क उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जा रही है।
संस्था के वरिष्ठ सदस्य अमित अमोली और घनश्याम जोशी ने चेयरमैन ललित जोशी द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ‘नशे को न, जिन्दगी को हां‘ की सराहना की।
गौरतलब है कि सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी सजग इंडिया के माध्यम से विगत 15 से अधिक वर्षों से नशा उन्मूलन को लेकर प्रयासरत हैं, 2005 में हल्द्वानी से उन्होंने इस अभियान शुरूआत की थी, और अब तक लाखों युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर चुके हैं।