मुख्य अतिथि रेखा आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि निश्चित ही आज के आधुनिक समय में बच्चे ऑनलाइन सेवाओं व इन्टरनेट के अत्याधिक उपयोग के कारण ऑनलाइन शोषण का शिकार हो रहे हैं,जो कि एक चिंतनीय विषय है,हमे बच्चों को इसके प्रति रोकने के लिए कार्य करना होगा।
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मेरा मानना है कि एक देश के रूप में हमें बच्चों के विरुद्ध हिंसा और यौन उत्पीडऩ के प्रति शून्य सहनशीलता की अवधारणा विकसित करनी होगी। क्योंकि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं,उनकी सुरक्षा करना हमारे परिवार, समाज और देश की सबसे अहम जिम्मेदारी है,इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए सभी संस्थाओं व समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों को एकजुट होना होगा।
उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है भले ही वह लाभदायक है लेकिन फिर भी हमारे बच्चो में कहीं न कहीं उसका दुष्परिणाम देखने को मिल रहा है।साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन आज के समय मे नितांत जरूरी हैं ।ऐसे आयोजनों से हमारे बच्चे जो कि देश का भविष्य हैं उन्हें इसके दुष्परिणाम के बारे में पता चलता है।