प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डायट डीएलएड प्रशिक्षितों का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। डायटों से द्विवर्षीय प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने नियुक्ति नहीं मिल जाने तक अपना आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बताया कि, डीएलएड की प्रवेश परीक्षा 4 दिसंबर 2020 को संपन्न हुई थी, जिसमें 40 हजार में से 650 परीक्षार्थी विभिन्न डायटों के लिए चयनित किए गए। तत्पश्चात 01 जनवरी 2022 से राज्य के 13 जिलों के विभिन्न डायटों से दो वर्षीय कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिसमें राज्य के विभिन्न राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में 6 महीने का इंटर्नशिप भी शामिल है। ऐसे में अब उन्हें नियुक्ति दी जाए।
उन्होंने बताया कि, पूर्व में भी प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में डीएलएड के छात्रों को वरीयता दी जाती थी। इसी क्रम में हमारी सरकार से मांग है कि प्राथमिक शिक्षकों के विज्ञापन को शीघ्र जारी कर डीएलएड अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाय।
प्रशिक्षित बेरोजगारों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि, वह विगत तीन दिनों से अपनी जायज मांगों को लेकर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ननूरखेडा देहरादून में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलनरत हैं, लेकिन अभी तक हमसे यहां कोई भी मंत्री या अधिकारी हमारी सुध लेने तक नहीं आया।
डायट डीएलएड संघ के अध्यक्ष शिवराज सिंह रावत ने कहा है कि, सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं कर रही है। इससे डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी दी कि शीघ्र उनकी मांगें नहीं मानी गई तो शीघ्र आंदोलन को और तेज किया जाएगा।