- जिले के सभी अधिकारियों के साथ गोष्ठी कर घटना के त्वरित खुलासे हेतु दिए गए सख्त दिशा निर्देश।
- घटना के खुलासे हेतु किया गया है 11 टीमों का गठन।
28 तारीख़ को हुए डेरा कार सेवा प्रमुख की हत्या के बाद पुलिस ने मौका मुआयना किया गया वहाँ मौजूद अन्य डेरा सेवको से जानकारी प्राप्त हुई कि डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह प्रातः डेरे के बरामदा में कुर्सी में बैठे थे कि एक मोटर साइकिल पर दो अज्ञात व्यक्ति आये जिनमें से पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा 315 बोर की रायफल से बाबा तरसेम सिंह पर दो फायर करे और मौके से मोटर साइकिल में फरार हो गये । गोली लगने से बाबा तरसेम सिंह वहीं मौके पर घायल होकर गिर गये, जिनको उनके सेवादारों द्वारा उपचार हेतु तुरन्त पंचरतन अस्पताल, नानकमत्ता ले जाया गया, जहाँ ड़ाक्टर द्वारा उनकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेन्टर रेफर किया गया । जिस पर सेवादारो द्वारा बाबा को स्वास्तिक अस्पताल, खटीमा ले जाया गया । जिनकी वहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी ।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी, फील्ड यूनिट, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम, एसओजी टीम,एसटीएफ टीम, एलआईयू निरीक्षक आदि मौके पर पहुँचे। पुलिस को घटना से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुए है, जिनके आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना के खुलासे के लिए दिशा निर्देश दिये गये व 11 टीमो का गठन किया गया ।
जिनमे से प्रत्येक टीम को अलग-अलग कार्य आवटित किये गये। जिनमे से तीन टीमें गैर-राज्य भेजी गई हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमांयू परिक्षेत्र महोदय द्वारा भी घटनास्थल व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
आज पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड, अभिनव कुमार, ने घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महानिदेशक ने सभी एंगल से घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। घटना के वक्त डेरे में मौजूद कार सेवकों से घटना की जानकारी प्राप्त की गई व उनको सांत्वना दी गई। इसके बाद महानिदेशक अभिनव कुमार ने थाना नानकमत्ता में जनपद के अधिकारियों के साथ गोष्ठी की। गोष्ठी के माध्यम से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिए।