प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन महारा एवं मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने संयुक्त रूप से प्रेस बंधुओं को संबोधित किया।
चमोली दौरे से लौटे उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने आज प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार बंधुओं से चमोली में हुए दर्दनाक हादसे की फस्र्ट हैंड रिपोर्ट साझा की। उन्होंने सरकार और प्रशासन की कोताही और हीला हवाली को लेकर जमकर हमला बोला। माहरा ने कहा कि इस दुखद घटना पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट का असंवेदनशील बयान आया है कि वह घटनास्थल इस वजह से नहीं पहुंचे क्योंकि मौसम खराब था महारा ने भट्ट के इस बयान को झुठलाते हुए कहा की जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल का हैलीकाॅप्टर गोपेश्वर पहुॅच सकता है तो महेन्द्र भटट मौसम खराब होने की दलीलें किसी और को दे।
माहरा ने कहा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की जब वह खुद सड़क मार्ग से होते हुए रात को गोपेश्वर पहुॅच सकते हैं तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट जो कि वहाॅ के पूर्व विधायक भी हैं वह क्यों नही?
महारा ने कहा कि यह सब भाजपा के नेताओं की ढकोसला बाजी है यदि इन नेताओं की भावनाएॅ वहाॅ से जुडी हुयी होती तो निश्चित रूप से वो भी सड़क मार्ग से गोपेश्वर जा सकते थे लेकिन वह नही गये। माहरा ने कहा कि भाजपा के नेताओं का यह रवैया ठीक नही है ।
माहरा ने कहा कि सरकार की पोल तो तब खुली जब हम घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे तों वहां बेड की व्यवस्था तक नहीं थी बच्चों को बाहर सुलाया हुआ था, और जब वहाॅ के आम नागरिक स्थिति को लेकर प्रेस को संबोधित कर रहे थे तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। महारा ने कहां कि यह घटना कोई छोटी मोटी घटना नहीं है यह धामी सरकार की घोर लापरवाही है और इसमें ब्लेम गेम नहीं चलेगा ठोस कार्यवाही होनी चाहिए जो लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार है उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए मृतकों के परिजनों को 50 लाख मुआवजा घायलों को 10 लाख मरने वालों के परिवार में 1 सदस्य को सरकारी नौकरी सरकार की ओर से दी जानी चाहिए।
पत्रकार वार्ता के दौरान बोलते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोंनी ने कहा की मणिपुर से जो दो महिलाओं की नग्न अवस्था में सार्वजनिक रूप से परेड कराए जाने और उनका सामूहिक बलात्कार करने का समाचार और वीडियो आ रहा है वो मन मस्तिष्क को उद्वेलित करने वाला है। उन्होंने कहा यह बहुत ही जघन्य और अमानवीय अपराध है ।मणिपुर के दर्दनाक और इस हृदय विदारक घटना ने समूचे देश को हिला कर रख दिया है।दसौनी ने कहा की पिछले 3 महीनो से मणिपुर जल रहा है सुलग रहा है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री को फुरसत ही नहीं थी, कभी भी विदेश भ्रमण से तो कभी मध्य प्रदेश में चुनावी प्रचार तो कभी एनडीए की बैठक में सम्मिलित होना मोदी जी के लिए जैसे मणिपुर भारत का हिस्सा ही न हो।ऐसे मोदी और शाह ने मणिपुर वासियों को अनाथ छोड़ दिया
दसौनी ने कहा की पिछले 3 महीने में एक बार भी बीजेपी के नेताओं ने मणिपुर जाकर लोगों की सुध नहीं ली। दसोनी ने कहा कि आज देश की हर महिला अपने आप को निर्वस्त्र महसूस कर रही है। महिलाएं तो छोड़िए जो पुरुष उस वीडियो को देख रहे हैं वह भी निशब्द है क्योंकि सभी के घरों में बहू बेटियां और बहने है , महिलाओं का दर्द वही समझ सकता है जिसके घर परिवार में महिलाएं हों ।
दसौनी ने कहा की कहां गया भाजपा का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बड़े-बड़े मंचों से महिलाओं के सम्मान स्वाभिमान और सशक्तिकरण की बात करने वाली भाजपा की स्मृति ईरानी और बची खुची मातृशक्ति आज कौन से बिल में घुस कर बैठ गई?
दसौनी ने नरेंद्र मोदी कि सरकार को चेतावनी हुए कहा महिलाएं देश की आधी आबादी है और निरंकुश सरकारों पर कैसे नकेल कसी जाती है यह मातृशक्ति को भलीभांति आता है ।
दसौनी ने कहा कि आज नरेंद्र मोदी को सत्ता के शीर्ष पर बैठाने में मातृशक्ति का बहुत बड़ा योगदान है ।
मातृशक्ति भाजपा की महिला विरोधी असंवेदनशील सरकार को अर्श से फर्श पर गिरा कर धूल चटाने का काम करेगी।
इस अवसर पर महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष उर्मिला थापा ने कहा कि क्या मणिपुर से लेकर केंद्र सरकार की सारी खुफिया एजेंसियां नाकाम साबित हो गई ?? क्या वाकई यह हो सकता है कि 77 दिन पुराना प्रकरण देश की जनता के सामने आज आ रहा है? आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?