- 4 बिहार, 3 पश्चिम बंगाल, 3 उत्तराखंड, 1 हिमाचल प्रदेश 15 झारखंड, 8 उत्तरप्रदेश के श्रमिक 17 दिनों से लड़ रहे थे ज़िन्दगी और मौत की जंग
- 17 दिनों तक चले सघन रेस्क्यू ऑपरेशन में मिली बड़ी सफलता
- औगर मशीन के ब्लेड टूटने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बढ़ी थी मुश्किलें
- रैट मिनर्स ने 12 से 13 मीटर तक हाथों से खुदाई कर पाई सफलता
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी टीमों के सदस्यों को दी बधाई
पिछले 17 दिनों से उत्तरकाशी के सिल्कयारा में चल रहे रेस्क्यू अभियान में आज सुबह अंतिम छोर पर 58 मीटर तक पाइप पहुंचने के बाद सभी श्रमिकों के सकुशल बाहर आने की उम्मीद जगा दी, पिछले दिनों औगर मशीन ने तकरीबन 48 मीटर तक रास्ता बनाया, औगर मशीन के आगे मलवा आने से ड्रिलिंग मशीन के ब्लेड टूट जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलें आ रही थी, जिसके बाद टनल के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर नया रास्ता बनाया जा रहा था होरिजेंटल ड्रिलिंग का कार्य भी रैट माइनर्स की मदद से निरंतर जारी था, रैट माइनर्स ने अपने अथक प्रयासों से बचे हुए तकरीबन 12 से 13 मीटर के हिस्से को हाथों से खोद कर, इस रेस्क्यू ऑपरेशन में आज सुबह से ही उम्मीद बढ़ा दी थी, अभी ताजा प्राप्त जानकारी के अनुसार खबर लिखे जाने तक 12 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है, निकाले गए श्रमिकों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल (से0नि0) वी के सिंह ने मुलाक़ात की और माला पहनाकर स्वागत किया और उनका हाल-चाल जाना।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रमिको को उनके इतने दिनों तक साहस बनाए रखने और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की। बाहमैं र निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में थे मौजूद। टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण टनल में बने अस्थाई मेडीकल कैंप में की गई जिसके बाद सभी श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ स्थित स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तरकाशी में हुए श्रमिकों का रेस्क्यू सभी को भावुक करने वाली है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में कहा की 17 दिनों के लंबे इंतजार के बाद टनल में फंसे हुए श्रमिक अपने प्रियजनों से मिल पाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बहादुर और संकल्प शक्ति के कारण फंसे हुए श्रमिकों को नया जीवन देने में भागीदारी आने पर बधाई दी।