टिहरी लोकसभा क्षेत्र पहली बार ऐतिहासिक रूप में एक अनोखे संघर्ष की कथा लिखी जा सकती है ऐसा इसलिए है क्योंकि राष्ट्रीय दलों से इतर निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पवार ने न सिर्फ सत्तासीन भाजपा की निंदे उड़ाई हुई है बल्कि कांग्रेस भी अपनी चुनावी सभाओ में पूरी तरह नतमस्तक होती नजर आ रही है।
खबरें यह भी हैं कि कांग्रेस के प्रत्याशी जोत सिंह गुन्शोला ने आंतरिक बैठकों में यह तक ऐलान कर दिया है कि अगर परिस्थितियों पक्ष में ना रही तो निर्दलीय प्रत्याशी बोबी पवार को अप्रत्यक्ष समर्थन दे जीत की ओर ले जाना ।
बॉबी पवार द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न जनसभाओं को संबोधित किया गया। सहसपुर में रैली को संबोधित किया जिसमें सैकड़ो की संख्या में युवा शामिल हुए। जिसके बाद बॉबी पूर्व सैनिकों से मिलने पहुंचे । एक ओर सहसपुर में युवाओं से भर्ती घोटाले के आंदोलन के साथ-साथ भू कानून, मूल निवास, पहाड़ों में पलायन जैसे तमाम क्षेत्रीय मुद्दों पर वोट की चोट करने की बात कही। तो वहीं पूर्व सैनिकों के बीच पहुंच बॉबी पवार ने अग्निवीर योजना , पूर्व सैनिकों की ओपीएस स्कीम को बंद करने से हो रहे नुकसान, सहित तमाम सनी परिवारों की समस्याओं को जाना ।
इस दौरान बॉबी पवार ने कहा कि चुनाव तो आएंगे जाएंगे परंतु वह अब परिणाम कुछ भी हो आजीवन जनता के बीच में रहेंगे वह सैन्य परिवारों से लेकर युवाओं से लेकर हर वर्ग के लिए जो संभव होगा वह करेंगे ।
पूर्व सैनिकों ने बॉबी पवार को उनके द्वारा देहरादून में किए गए ऐतिहासिक संघर्ष के लिए सम्मानित भी किया। बताते चले कि उत्तराखंड बेरोजगार संघ द्वारा भारतीय घोटाले को लेकर आंदोलन अभी भी जारी है ।
बॉबी सीबीआई जांच से लेकर तमाम मुद्दों पर अभी भी मुखर है। जिससे युवाओं के साथ-साथ महिलाएं व पूर्व सैनिक सहित पहाड़ में रहने वाला एक बड़ा वर्ग बॉबी के समर्थन में उतरता नजर आ रहा है।