उत्तराखंड सरकार द्वारा क्लीन मोबिलेशन ट्रांसपोर्ट पालिसी के तहत शहरी क्षेत्रों में अच्छी ट्रांसपोर्ट सेवा उपलब्ध कराने और प्रदुषण फ़ैलाने वाले डीजल वाहनों को तय समय सीमा के अंतर्गत हटाने और उनके बदले में सीे एन जी अथवा इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रस्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक मुश्त सब्सिडी उन वहां स्वामी को दी जाएगी जो अपने वाहनों को कन्वर्ट करवाना चाहते है। यह जानकारी आर टी ओ सुनील शर्मा ने कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। आर टी ओ ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर उत्तराखंड में सबसे पहले यह योजना देहरादून शहर से 1 वर्ष के लिए शुरू होने जा रही है जिसमे विक्रम और सिटी बस मालिक इस योजना का लाभ उठा सकते है।
आर टी ओ सुनील शर्मा ने बताया कि अगर बस मालिक के बस स्क्रैप करवाने पर 50% सब्सिडी अथवा अधिकतम 15 लाख रूपये और विक्रम मालिक को विक्रम स्क्रैप करवाने पर 50% सब्सिडी अथवा अधिकतम साढ़े तीन लाख रूपये धनवापसी कर दिया जाएगा। आर टी ओ सुनील शर्मा ने कहा कि विक्रम मालिक को यह सब्सिडी तभी प्राप्त होगी जब विक्रम स्क्रैप करवाने के बाद विक्रम मालिक द्वारा 4 पहिया बीएस-6 वाहन खरीदा जाए।
CNG स्टेशन की कमी के सवाल पर आर टी ओ सुनील शर्मा ने बताया की वर्तमान में देहरादून शहर में 8 CNG पंप संचालित है जिसमे से दो पंप डायरेक्ट ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मुख्य पंप से जुड़े हुए है और बाकी 6 पम्पों में टैंकरों द्वारा CNG पम्पों में आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा की देहरादून शहर के अंदर CNG की 35 से 40 हज़ार लीटर उपलब्ध है और प्रतिदिन तकरीबन साढ़े तरह हज़ार लीटर की खपत है।
आरटीओ अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए चार धाम यात्रा में भी अब इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग और संचालन को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा इसी के तहत इलेक्ट्रिक वाहन चाहे वह कमर्शियल हो या निजी हो उन्हें चार धाम आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है इसके अलावा चार धाम यात्रा के रूट मार्ग पर 28 इलेक्ट्रिक स्टेशन लगाने की भी व्यवस्था की जा रही है इसके लिए नोडल एजेंसी जीएमवीएन को बनाया गया है आगे आरटीओ अधिकारी ने बताया कि चार्जिंग स्टेशन की सम्पूर्ण जानकारी लोग एप के माध्यम से ले सकेंग।
आपको बता दें कि फरवरी 2018 में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में वाहनों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता जताई गई थी. जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला और वाहनों की संख्या बढ़ी, लेकिन अब तक एक भी ईवी चार्जिंग स्टेशन नहीं बने हैं. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अब परिवहन विभाग योजना बना रहा है कि प्लेन क्षेत्रों में हर 09 किलोमीटर और चारधाम यात्रा में हर 30 किमी में चार्जिंग स्टेशन बनाया जाए।