उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने आज देहरादून प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भरसार के वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में नियुक्ति को लेकर बड़े स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। संघ के अध्यक्ष ने बताया कि लंबे समय से राज्यों के महाविद्यालयों में “असिस्टेंट प्रोफेसर” के लिए लागू यूपीआई व्यवस्था का बेरोजगार संघ लगातार विरोध कर रहा है। संघ के द्वारा नियमावली परिवर्तन के कई प्रयास किए ताकि लिखित परीक्षा के माध्यम से जो चयन प्रक्रिया होती है वह संपादित हो। बॉबी पंवार ने बताया कि लंबे समय के बाद राज्य सरकार द्वारा यूसेट की परीक्षा करवाने के लिए अधिसूचना जारी की गई थी, लेकिन जब तक असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती नहीं बदलती तब तक यू सेट परीक्षाओं का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने यूनिवर्सिटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के द्वारा वहां पर फर्जी नियुक्ति करवाई गई है। जिसके परिणाम स्वरूप एक अभ्यर्थी द्वारा एक ही विषय की अलग-अलग शाखाओं के लिए तीन चार आवेदन किया गया जबकि वह योग्यता ही नहीं रखता था, जोकि यूजीसी व आईसीएआर के योग्यता संबंधी मानकों के विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें प्रदेश के कई बड़े मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों का भी हाथ है। जिसकी वजह से यूनिवर्सिटी में इतना बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है।