मुंबई। 10 दिवसीय मुंबई कौथिग-2023 को रंगारंग समापन हुआ। समापन अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल उपस्थित रहे। सुबोध उनियाल ने कहा कि सभी प्रवासीजन उत्तराखण्ड राज्य के राजदूत के रूप में है। उन्होंने कहा कि सभी लोग राज्य के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभाये। राज्य की प्राकृतिक नैसर्गिकता को देश-दुनिया के सामने लाने में मदद कर सकते है।
कौथिग की थीम ‘‘कौथिग फिल्मोत्सव-सिनेमा में उत्तराखण्ड’’ रखी गई थी। कौथिग-2023 के समापन अवसर पर उत्तराखण्ड में शूटिंग डेस्टिनेशन एवं फिल्म नीति को लेकर विशेष चर्चा हुई। समापन अवसर पर बॉलीवुड में अपनी कला का कौशल दिखाकर राज्य का नाम रोशन करने वाले नामचीन हस्तियां मौजूद रही। इनमें द कपिल शर्मा शो के लेखक, निर्देशक भरत कुकरेती, सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता हेमंत पाण्डेय, मेरे डैड की दुल्हिनियां फेम सीरियल के अभिनेता वरूण बडोला, टी.वी. कलाकार सुश्री श्रुति उल्फत, फिल्म निर्माता-निर्देशक ओम प्रकाश भट्ट, चित्रांशी रावत, सोहन उनियाल, राकेश गौड़ी, देबू रावत, निधि नौटियाल आदि उपस्थित थे।
चर्चा की शुरूआत करते हुए उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय ने सभी फिल्मी कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा सभी बॉलीवुड कलाकारों को राज्य के विकास में सहयोग के लिए आमंत्रित किया। डॉ. उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का उद्देश्य है कि उत्तराखण्ड को देश-दुनिया के सामने एक बेस्ट फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जाय। राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के लिए भी आधारभूत अवस्थापना सुविधाएं चाहिए, उन्हें विकसित किया जाय। इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने दो महत्वपूर्ण नीतियां लाई है, जिनमें सेवा सैक्टर नीति के तहत फिल्म उद्योग में उपयोग होने वाले उपकरणों एवं सेवाओं को शामिल किया गया है, जबकि दूसरी नीति-औद्योगिक नीति के अन्तर्गत फिल्म उद्योग के तहत फिल्म सिटी अथवा अन्य प्रकार के उद्योग आधारित कार्यों को शामिल किया गया है।
डॉ. उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर शीघ्र ही नई फिल्म नीति लागू की जा रही है, जिसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है, सरकार की अनुमति के बाद इसे लागू किया जायेगा। इसमें मुख्यमंत्री धामी ने विशेष ध्यान रखा है कि क्षेत्रीय सिनेमा को प्रोत्साहित किया जाय, इसके लिए गढ़वाली, कुमाऊंनी फिल्मों को मिलने वाले अनुदान राशि में बढ़ोत्तरी करने का प्रस्ताव रखा गया है। शूटिंग अनुमति सिंगल विंडो के तहत प्रदान की जा रही है। फिल्म विकास परिषद का प्रयास है कि फिल्म सैक्टर से जुड़े लोगो, जैसे निर्माता-निर्देशक, कलाकारों, तकनीशियन एवं अन्य सेवा प्रदाता लोगो की एक डायरेक्टरी प्रकाशित की जाय। डॉ. उपाध्याय ने बॉलीवुड में काम करने वाले सभी उत्तराखण्डवासियों से अपील की है कि राज्य के विकास में आगे आये।
द कपिल शर्मा शो के लेखक एवं निर्देशक भरत कुकरेती ने कहा कि मुंबई में पिछले 40 वर्षों से रहकर बॉलीवुड में काम कर रहे है। उत्तराखण्ड राज्य को हमारी जहां जरूरत हो, जैसी जरूरत है, हम सदैव तैयार रहेंगे। सुप्रसिव्द्ध अभिनेता हेमंत पाण्डेय ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार बधाई की पात्र है, जिनके द्वारा कौथिग में उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद को भी जगह दी गई है। क्षेत्रीय सिनेमा के लिए नई नीति में जो प्रयास किये जा रहे है, उसके लिए मा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बधाई के पात्र है। क्षेत्रीय फिल्मों को अनुदान राशि में बढ़ोत्तरी होने से स्थानीय फिल्म निर्माता व निर्देशकों को प्रोत्साहन मिलेगा। सुप्रसिद्ध अभिनेता वरूण बड़ोला ने कहा कि हम सभी ने पूरा देश घूम लिया है, विदेश भी देख लिया है, लेकिन अभी तक उत्तराखण्ड को लोगो ने देखा नही है। उत्तराखण्ड बहुत सी लोकेशन ऐसी है, जो देश-दुनिया के सामने नही आई है। सरकार को इस दिशा में काम करने की जरूरत है। सुश्री श्रुति उल्फत ने कहा कि हम सभी को प्रयास करने चाहिए कि उत्तराखण्ड भाषा-बोली की फिल्में मुंबई में भी बड़े पर्दें पर लगे, जिससे लोगो को पता चल सके कि उत्तराखण्ड कितन खूबसूरत है।
कौथिग-2023 के संयोजक केशर सिंह बिष्ट ने कहा कि कौथग-2023 में इस बार हमारे द्वारा ‘‘कौथिग फिल्मोत्सव-सिनेमा में उत्तराखण्ड’’ थीम रखी गई थी। इसी के तहत आज समापन अवसर पर यह चर्चा रखी गई। केसर सिंह बिष्ट ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि कौथिग में आये विचारों को राज्य सरकार के सामने रखा जायेगा।