उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नैनीताल जिले के लालकुआं में 80 करोड़ की लागत से ऑटोमेटेड मिल्क प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के लिए शासन स्तर पर सहमति मिल गई है। आपको बता दें कि इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन दो लाख लीटर दूध की होगी। यह प्रदेश का पहला ऑटोमेटेड प्लांट होगा। जिसमें दूध की टेस्टिंग से लेकर पैकेजिंग का काम आधुनिक मशीनों से किया जाएगा। वही दुग्ध मंत्री सौरव बहुगुणा ने बताया कि इस प्लांट के खुलने से उत्तराखंड में दूध की कमी नहीं रहेगी साथ ही साथ लोगों को शुद्ध दूध पीने को भी मिलेगा
वहीं उत्तराखंड का मत्स्य विभाग इन दिनों काफी चर्चाओं में है यह चर्चा विभाग में पुनर्गठन को लेकर है आपको बता दें कि मत्स्य विभाग में दोबारा पुनर्गठन के फैसले पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं सवाल यह उठ रहा है कि जब पहले ही पुनर्गठन के बाद डीसी की जा चुकी है तो फिर विभाग में दोबारा इस प्रक्रिया को चलाने का क्या औचित्य है इस मामले को लेकर कर्मचारी संगठन ने विभागीय मंत्री से मिलकर कर्मचारियों के हितों को सुरक्षित करने की मांग रखी है
यह पूरा विवाद सहायक निदेशक के पद को लेकर है पूर्व में हुए पुनर्गठन से पहले सहायक निदेशक के साथ पद मौजूद थे पुनर्गठन के बाद सहायक निदेशक के कुल 25 पड़ कर दिए गए थे लेकिन कर्मचारी संगठन के नेताओं ने यह आशंका जताई है कि दोबारा पुनर्गठन के बाद अब इन्हें घटकर महज 15 कर दिया जाएगा इसी को लेकर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा विभाग विभाग जो भी काम करता है वह विभाग का ढांचा देखकर करता है हमारे पास जो प्रपोजल आया है वह 13 जिलों में 15 एडी का आया है जिसको स्वीकृति दे दी गई है उम्मीद यही है कि सभी लोग विभाग में मिलकर काम करेंगे