उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने उत्तराखंड के विभिन्न विभागों में पसरे भ्रष्टाचार को लेकर उत्तराखंड सरकार पर धृतराष्ट्र बने रहने का आरोप लगाया है। दसौनी ने कहा की उत्तराखंड ऊर्जा निगम का एक अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में चर्चाओं में रहा। साल 2019-20 व 2020–21 में गंभीर आरोपों के मद्देनजर विजिलेंस जांच के दौरान पटेल नगर , सहस्त्रधारा रोड,वसंत विहार समेत आधा दर्जन जगहों पर फ्लैट और प्लॉट होना पाया गया।दसौनी ने बताया की मामले में शिकायत के बाद शासन स्तर से जांच कराई गई तो तमाम तथ्य सही पाए गए जिसके बाद विजिलेंस के द्वारा खुली जांच की भी संस्तुति की गई लेकिन आज भी उक्त अधिकारी कार्रवाई से बचकर मलाईदार पोस्टिंग पर बना हुआ है।।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि एक तरफ सरकार ई डी, इनकम टैक्स , सीबीआई से विपक्ष के नेताओं पर छापे लगवाकर तत्काल कार्रवाई भी कर देती है लेकिन जब अधिकारी अपने मिजाज और निज़ाम का हो तो फिर कार्रवाई से किस कदर दरकिनार किया जाता है इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। विजिलेंस के द्वारा 3 बिंदुओं पर जांच की गई जिसमे तमाम तथ्य निकल कर सामने आए। जिसके बाद 5 जनवरी 2022 को शासन के द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने को लेकर फिर खुली जांच के संदर्भ में प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा गया था, दसौनी ने कहा की एक तरफ तो भाजपा अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए ईडी, इनकम टैक्स, और सीबीआई को विपक्ष का दामन और परेशान करने के लिए इस्तेमाल कर रही है दूसरी ओर अधिकारियों और स्वयं अपने दल के नेताओं मंत्रियों पर आरोप साबित हो जाने पर भी कोई कारवाही नहीं करती है।दसौनी ने कहा की यही भाजपा का दोहरा चरित्र है।