चारधाम यात्रा एवं मानसून सीजन में आपदा प्रबन्धन की तैयारियों के दृष्टिगत जनपद में माॅक अभ्यास आयोजन किया गया। माॅकड्रिल के अनुसार प्रातः 09ः50बजे जिला अपदा प्रबन्धन कार्यालय के कन्ट्रोलरूम में दूरभाष पर सूचना प्राप्त हुई है कि महाराणा प्रताप स्टेडियम रायपुर के समीप ओआईसिस स्कूल के पास नदी में बाढ आने से तटीय क्षेत्र में कुछ बच्चे फंसे हुए हैं। सूचना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी/ स्सिपांस आफिसर सोनिका ने तत्काल आईआरएस को सक्रिय करते हुए आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को अपना दायित्व का निर्वहन करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आपदा परिचालन केन्द्र में पंहुचकर दोनों घटनाओ के सम्बन्ध में राहत बचाव कार्यों की माॅनिटिरिंग करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार को जनपद की रेस्क्यू कार्यों की पलपल की स्थिति की जानकारी दी।
जिलाधिकारी/ रिस्पांस आफीसर के निर्देशों के अनुपालन में आईआरएस से जुडे़ सभी अधिकारी अपने-अपने ड्यूटी स्थल में पंहुचे। आईआरएस सिस्टम के अनुसार सभी अधिकारी अपने कार्य में जुट गए, जबकि अधीनस्थ एवं सम्बन्धित विभागीय अधिकारी/कर्मचारी स्टेजिंग एरिया में एकत्रित होकर राहत एवं बचाव कार्यों हेतु प्रभावित क्षेत्र के लिए अपने-2 संसाधनों के साथ रवाना हुए। जहां पर रेस्क्यू टीमों द्वारा प्रभावित क्षेत्र में फसें लोगों का बाहर निकाला। इस दौरान 10 लोग घायल हुए जिनमें से 01 घायल को जिला अस्पताल देहरादून तथा 04 घायलों को सीएचसी केन्द्र रायपुर तथा 04 सामान्य घायलो को ओआईसिस स्कूल में बने स्वास्थ्य कैम्प में उपचार कर छुट्टी दी गई, जबकि 01 व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जिसका शव बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के उपरान्त परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं बाढ से करीब 16 घरों को क्षति हुई जिनमें 01 आवासीय भवन पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त, 02 भवन तीक्ष्ण रूप से क्षतिग्रस्त 04 भवन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त तथा 09 भवनों में मलबा घुसने से क्षति हुई है। घटना के दौरान 01 पशु की मृत्यु हो गई 1 पशु गंभीर घायल तथा 01 पशु साधरण घायल हुआ तथा 07 पशुओं को रेस्क्यू किया। इस दौरान जल स्तर बढने की संभावना के दृष्टिगत एहतियात के तौर पर सौंग नदी किनारे बसे 10 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पंहुचाया गया।
डीआईजीए/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर द्वारा प्रभावित क्षेत्र में पंहुचकर आपदा बचाव कार्यों का सम्पादन/माॅनिटिर किया तथा अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा ने प्रभावित क्षेत्र में पंहुचकर राहत बचाव कार्यों को सम्पादित किया। वहीं आपदा के दृष्टिगत महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज में बनाये गए स्टेजिंग एरिया में उप जिलाधिकारी सदर, नगर मजिस्टेªट एवं अन्य 16 विभागों अधिकारी कर्मचारी सहित एनडीआरफ, एसडीआरफ, पुलिस द्वारा उपकरणों के साथ पंहुचकर प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य सम्पादित किया गया।
इसी दौरान तहसील कार्यालय ऋषिकेश से आपदा परिचालन केन्द्र में प्रातः 10ः20 बजे सूचना प्राप्त हुई कि ऋषिकेश बस स्टैण्ड पर भगदड़ मच गई, तथा कई लोग घायल हो गए। जिला आपदा परिचालन केन्द्र से थाना, चैकी प्रभारी को मयफोर्स मौके पर पंहुचने की सूचना दी गई। ऋषिकेश बस स्टैण्ड में भगदड़ के समय बस स्टैण्ड पर लगभग 7-8 हजार के बीच लोग उपस्थित थे। भगदड़ की सूचना पर स्थानीय थाना एवं चैकी की फोर्स सहित राजस्व विभाग, पुलिस एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौके पर पंहुचकर स्थिति पर काबू पाया, भगदड़ में 05 व्यक्ति घायल हुए जिनमें 03 सामान्य घायलों को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया तथा 02 गंभीर घायलों को उपचार हेतु एम्स चिकित्सालय में भर्ती किया गया।
आपदा माॅक अभ्यास के उपरान्त डी-ब्रीफिंग की गई जिसमें डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र को राहत बचाव कार्यों की जानकारी दी गई। माॅक अभ्यास के दौरान पाई गई कमियों आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा हुई तथा भविष्य के लिए तैयारियां और अधिक प्रभावी एवं सुदृढ बनाने के निर्देश दिए गए।
आपदा कन्ट्रोलरूम में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ संजय जैन, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चैधरी, सहायक निदेशक सूचना बीसी नेगी, ई-डिस्ट्रक्ट मैनेजर सुरेश सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं जिला सूचना अधिकारी बी.सी नेगी द्वारा आपदा से सम्बन्धित पलपल की जानकारी मीडिया को दी गई।