उन्होंने कहा की भाजपा को आम जन की जान से कोई सरोकार नहीं है, जबसे चारधाम यात्रा शुरू हुई है चालीस दिन में पाँच हवाई हादसे हो चुके हैं जिसमे दर्जनों लोगो की मृत्यु हुई जिसमे एक २३ महीने का मासूम भी शामिल था, कांग्रेस पार्टी शुरू से ही सरकार को चेता रही है की हेली सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों मनमानी कर रही हैं वो मानकों का ध्यान नहीं रख रही हैं, ना ही समय सीमा का ना ही रखरखाव का पर सरकार हठधर्मिता में विपक्ष की बातों को सदैव अनसुना करती है जिसका दुष्परिणाम जानता को भुगतना पड़ता है। हेली सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों सिंगल इंजन के हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती हैं जो पहाड़ी एरिया के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं होता है एकल पायलट के होने की वजह से विषम परिस्थितियों में दिक्कत का सामना जड़ना पड़ता है, हवा में हेलीकॉप्टर ऐसे चलते हैं जैसे मैदान में रैपिडो चलती है, उत्तरकाशी में जिस कँपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमे ५ लोगों की मृत्यु उस कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
डी जी सी ए ने ख़ुद बड़ासू इमरजेंसी लैंडिंग के बाद ये पाया था की हवाई सेवा प्रदान करने वाली कंपनियाँ मानकों का उल्लंघन कर रही थी यही वजह है की हादसे हो रहे हैं, उत्तरकाशी हादसे के बाद धामी जी ने कमिटी गठित की थी एक महीने का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई। कई बार एविएशन कंपनियां खराब मौसम की चेतावनियों को नजरअंदाज कर उड़ान भरती हैं। डीजीसीए (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने हाल के हादसों के बाद सख्त नियम लागू करने की बात कही है, जिसमें उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी और हेलीकॉप्टर की तकनीकी जांच अनिवार्य होगी। फिर भी, व्यावसायिक दबाव के चलते कुछ कंपनियां जोखिम लेती हैं, जो हादसों का कारण बनता है और सरकार की भी इन कंपनियों के साथ मिली भगत है और हिस्सा भी तय है तभी तो किराए पर अंकुश नहीं है।
उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा देवभूमि की साख का प्रतीक है हमारे सम्मान और मान की बात है पूरे विश्व से लोग यहाँ आते हैं पर भाजपा सरकार को देवभूमि की मान सम्मान की जरा भी फिक्र नहीं है इन्हें सिर्फ़ आँकड़ों की जादूगरी से मतलब है।