उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्रियों की सरेआम गुण्डागर्दी के कारण उनके कार्यकर्ताओं के भी हौसले बुलन्द हैं और अपने मंत्रियों से प्रेरित होकर भाजपा के कार्यकर्ता सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में खुलेआम आपस में मारपीट ही नही कर रहे ब्लकि महिला कार्यकर्ता से भी अभद्रता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बडी अनुशासित पार्टी का दावा करने वाली भाजपा में अनुशासन की क्या स्थित है उसका इससे जीवन्त उदाहरण और क्या हो सकता है उन्होंनंे कहा कि इससे साफ है कि भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत स्वयं मुख्यमंत्री धामी के कई फैसलों की खुलेआम आलोचना कर चुके हैं। उन्होने कहा कि भाजपा प्रदेश की सत्ता में है प्रदेश को आगे बढाने की उसकी नैतिक जिम्मेदारी है लेकिन दुर्भाग्य से भाजपा के बडे नेताओं की गुटबाजी से प्रदेश के विकास, रोजगार, कानून व्यवस्था आदि सीधे-सीधे प्रभावित हो रहे हैं क्यांेकि मुख्यमंत्री गुटबाजी में उलझकर रह गये हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में धरती और आसमान का फर्क है। उन्होंने ने कहा कि भाजपा के बडे नेताओं की गुटबाजी का असर अब भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दिखाई देने लगा हैं इसलिए अब भाजपा को अनुशासित पार्टी का ढोल पीटना बन्द करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई मारपीट से भाजपा का असली चाल चरित्र और चेहरा सामने आ गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल है जनता भाजपा सरकार से त्रस्त होकर लगातार आन्दोलन कर रही है और भाजपा सरकार की नाकामी छुपाने के लिए नित नये हथकण्डे अपनाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। भाजपा को अपने गिरेवान में झांकर अपने घर को दुरश्त कर प्रदेश के विकास पर ध्यान देना चाहिए।