तीन माह की गर्भवती महिला की संदिग्ध हालत में पानी की हौज में डूबने से मौत हो गई। ससुराल पक्ष इसे दुर्घटना बता रहा था, लेकिन मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम श्री महंत इंदिरेश अस्पताल से एक 28 वर्षीय महिला आकांक्षा भंडारी की मौत की सूचना मिली थी। आकांक्षा की ससुराल जीएमएस रोड स्थित काली मंदिर एन्क्लेव में है। एसएचओ वसंत विहार होशियार सिंह ने बताया कि जब पुलिस आकांक्षा के घर पहुंची तो वहां पर उसकी सास अंजू भंडारी मौजूद थी। अंजू ने पुलिस को बताया कि आकांक्षा घर में नहीं मिल रही थी। जब उसकी तलाश की गई तो वह घर के परिसर में बनी पानी की हौज में पड़ी मिली।
आकांक्षा के पति अनिरुद्ध भंडारी और ननद कनिका ने उसे बाहर निकाला और कार से अस्पताल लेकर गए। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि आकांक्षा और अनिरुद्ध की शादी दो साल पहले हुई थी। वह वर्तमान में तीन माह की गर्भवती भी थी।
शुरुआती जांच में पुलिस को भी यह मामला संदिग्ध लगा। पुलिस ने महिला के भाई की शिकायत पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। इस मुकदमे में महिला की सास और ननद को भी आरोपी बनाया गया है।
मायके वाले बोले- पड़ोसियों से भी बात नहीं करने देते थे एसएचओ ने बताया कि आकांक्षा के शव को कब्जे में लेकर सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा भरा गया और पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। आकांक्षा की मौत की सूचना पर उसके मायके वाले भी वहां पहुंच गए और ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष के लोग आकांक्षा को दहेज के लिए परेशान करते थे। किसी पड़ोसी से भी बात नहीं करने देते थे। उन्होंने उसे पानी की हौज में डुबोकर मार डाला।
एसएचओ ने बताया कि अनिरुद्ध भंडारी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
आकांक्षा की मौत के मामले में ससुराल पक्ष की कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। यह मामला दुर्घटना और आत्महत्या के बीच की कहानी है। मौके पर जो हालात थे उन्हें देखकर यही लग रहा है कि इसके लिए कई दिनों पहले साजिश रची गई होगी।
ये सब हालात इस घटना को साफ-साफ हत्या दर्शा रहे हैं। पुलिस ने दहेज हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच में इस मामले की कड़ियां खुलेंगी तो आकांक्षा के साथ हुई बर्बरता का खुलासा भी हो सकता है।
दरअसल, आकांक्षा की मौत के बाद पुलिस के जहन में कई तरह के सवाल हैं। पहला सवाल है कि इन दिनों घर में काम चल रहा है। इसके लिए रोजाना मजदूर आते हैं। मगर, मंगलवार को मजदूर छुट्टी पर थे। आकांक्षा का पति घर से ही बेकरी सप्लाई का काम करता है। वह रोजाना दो बजे के आसपास खाना खाने के लिए घर आता था। लेकिन, मंगलवार को वह 11 बजे से ही घर पर था। पहले मकान में सीसीटीवी लगे थे। लेकिन, कुछ समय पहले ही सीसीटीवी उतार दिए गए थे। बताया जा रहा है कि काम चलने के कारण सीसीटीवी उतारे गए हैं।