कार सेवा का ध्वजारोहण समारोह:
इस कार सेवा का शुभारंभ 04 जून 2025 को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी से कर्नल हर्षवर्धन सिंह शेखावत, कमांडिंग ऑफिसर 14 राज रिफ़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर कमांडर अमोद चौधरी, जो अतुल्य गंगा की इस पहल का नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने एक समग्र और प्रौद्योगिकी-आधारित सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP मॉडल) पर आधारित कचरा प्रबंधन नीति की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि सरकार गंगा नदी का नाम “माँ गंगा” घोषित करने पर विचार करे, जिससे जनमानस में भावनात्मक जुड़ाव और उत्तरदायित्व की भावना उत्पन्न हो।
इस ध्वजारोहण समारोह में CDO उत्तरकाशी, NIM के प्रधानाचार्य, जिला गंगा समिति, पर्यावरणविद्, स्वयंसेवी संस्थाएँ, और स्थानीय युवा उपस्थित थे। 5 जून 2025, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यह सेवा आरंभ होगी, जिसमें स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करते हुए गंगोत्री से हर्षिल के बीच सड़क किनारे और पर्वतीय ढलानों पर फैले प्लास्टिक कचरे को भौतिक रूप से एकत्र किया जाएगा। एकत्रित कचरे को शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) को अंतिम निष्पादन हेतु सौंपा जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस क्षेत्र में प्लास्टिक अपशिष्ट संग्रहण के लिए प्लास्टिक बैंक स्थापित किए जाएंगे।
यात्रियों में सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना का संचार:
हम अपनी अपनाई गई यात्रा-पट्टी पर पोस्टर लगाकर तीर्थयात्रियों से अनुरोध करेंगे कि वे देवी गंगा को प्लास्टिक कचरे से प्रदूषित न करें। साथ ही, हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि वह शहरी स्थानीय निकायों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दे कि सड़क किनारे के सभी भोजनालयों और मंदिरों के समीप कूड़ेदान की उपलब्धता अनिवार्य रूप से हो। इन स्थलों से प्रतिदिन प्रातः कचरा संग्रहण किया जाए और जिन प्रतिष्ठानों द्वारा कूड़ेदान नहीं रखे जाते या सफाई में लापरवाही बरती जाती है, उन पर जुर्माना लगाया जाए।