महिला संगठन ने मणिपुर में हुई महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार और आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के बयान के खिलाफ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखंड की महिलाएं हैं और उत्तराखंड देवभूमि है इसलिए देवभूमि की महिलाएं किसी भी हालत में ऐसी घटनाओं के खिलाफ चुप बैठने वाली नहीं है,,कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ ऐसे अत्याचार नहीं सहेंगे,साथ ही बीजेपी सरकार को भी आगाह करते हैं क्योंकि उत्तराखंड में भी ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की गई।
उन्होंने चमोली के हेलंग का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की महिलाओं का लगातार अपमान होता आया है। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर जहां मणिपुर में महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है वही कावड़ियों द्वारा उत्पात मचाने पर उनका फूलों से स्वागत किया जाता है,,जो सरकार ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देती हैं उन सरकारों का भी विरोध होना चाहिए। उन्होंने आगे मणिपुर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब महिलाओं को निर्वस्त्र कर दौड़ाया जा रहा था और उनके साथ बलात्कार किया जा रहा था तो आखिर लॉ एंड ऑर्डर कहां गायब हो गया था आखिर सरकार क्या कर रही थी।
उन्होंने कहा कि बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि यह मामला लगभग 2 महीने पुराना है और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अभी तक सरकार ही नहीं जाग पाई है आखिर केंद्र सरकार कहां सोई हुई है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के सम्मान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।