भाजपा ने 16 जून 2013 को हुए दुखद केदारनाथ हादसे के हुतात्माओं को याद करते हुए, भव्य-दिव्य केदारपुरी के निर्माण को उनके प्रति श्रद्धांजलि बताया है । प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने वहां किए गए कार्यों पर कांग्रेस की आपत्ति को सिरे से खारिज करते हुए कहा, जनता बार बार स्वयं प्रमाणित कर रही है, लिहाजा किसी और के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में श्री भट्ट ने इस दुखद हादसे में मृत लोगों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा, जो लोग इस दुर्घटना में चले गए उनकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता है । लेकिन सरकार द्वारा श्री केदारनाथ धाम में किये कायाकल्प ने इस घटना में मृतक एवं पीड़ित परिवारों के घावों पर मरहम लगाने का काम जरूर किया है । वहां जिस स्वरूप की चिंता घटना से प्रभावित तमाम लोगों व पंडा, पुरोहित, हकहकूकधारियों, व्यापारियों एवं स्थानीय लोगों की थी, उसके अनुसार ही धाम को भव्यता देने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किया गया है । इस आपदा से उभरते हुए इन 10 सालों में जो शानदार कार्य किये गए हैं इसके परिणाम स्वरूप वहां रिकॉर्ड संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। जो केंद्र एवं राज्य सरकार के वहां किए जा रहे कार्यों के प्रति विश्वास दर्शाता है साथ ही यात्रा मार्ग एवं स्थानीय व्यवसायियों के लिए धनोपार्जन में वृद्धि का कारण बना है ।
भट्ट ने श्री केदारनाथ धाम में कराए गए कार्यों पर कांग्रेस द्वारा श्रेय लेने के बयानों को हास्यास्पद बताया उन्होंने बतौर गुजरात मुख्यमंत्री मोदी जी के साथ हुए प्रकरण को याद करते हुए तंज कसा, ये वह लोग हैं जो इस आपदा में मदद का हाथ बढ़ाने वालों को भी राजनीतिक चश्मे से परख रहे थे। देश भर में जारी सांस्कृतिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहचानो को संरक्षित और महिमामंडित करने की ऐसी मुहिम पर जनता अपना विश्वास लगातार मोदी जी के प्रति दिखाती रही है । लिहाज़ा कांग्रेस या किसी अन्य के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने उत्तरकाशी व प्रदेश में सामने आ रहे लव जिहाद के तमाम घटनाक्रमों को लेकर कहा, देवभूमि के स्वरूप को बनाए रखने के प्रति जनता की इच्छा के अनुरूप सरकार एवं पार्टी पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लिहाज़ा आने वाले समय में धर्मांतरण एवं सत्यापन आदि कानूनों को कड़ाई से लागू किया जाता रहेगा । उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट करते हुए कहा कि इस समस्या का महापंचायत समाधान नही है बल्कि जन जागरण इसका समाधान है